Showing posts from February, 2013

जैसलमेर का इतिहास १६६ महारावल जैसल भाटी २७

::१६६ महारावल जैसल भाटी २७ :: महारावल जैसल विक्रमी संवत १२०९ को लुद्रवे के सिंहासन पर विराजमान हुए । इनके विवाह १ गढ़ पा…

165 महाराजा भोज भाटी २६

::१६५ महारावल भोज भाटी २६ :: महारावल भोजदे विक्रमी संवत १२०४ लुद्रवा के सिंहासन पर विराजे । इनका विवाह गढ़ पाटन के सोलंक…

164 महारावल विजेराज भाटी ०र उतर का भड किवाड़ भाटी की उपाधि मंगलिया मुसलामन

:: लधड़ भाटी ३९ :: महारावल राजपाल के ग्यारहवे पुत्र लधड़ के वंशज लधड़ भाटी कहलाये ।  ::१६४ महारावल विजेराज भाटी २५ :: …

163 महारावल राजपाल भाटी २४ बुद्ध , पोहड़ , पल , तेजू , धकड़, जेतुंग

::महारावल राजपाल भाटी २४ :: महारावल दूसा के स्वर्गवास के बाद उनका पुत्र राजपाल सिंहासन पर विराजे । महारावल राजपाल के बार…

१६२ महारावल दूसा भाटी और पाहू भाटी २७ भिन्या भाटी और पबनासुर भाटी

:: पाहू भाटी २७  :: महारावल बाछुजी के पुत्र बपेराव के वंशज पाहू भाटी कहलाये । इनके गाँव जैसलमेर जिले के फतेहगढ़ तहसील म…

१६१ महारावल बाछुजी ( भाटी २२ ) sigrav bhati andha bhati or mul pasav bhati

:: धीना भाटी २३ :: महारावल मंध जी के पुत्र धीना के वंशज धीना भाटी कहलाये ।  :: १६१ महारावल बाछुजी ( भाटी २२ ):: …

१६० महारावल मघजी ( भाटी २१) द्वारा अपने पिता का वैर

:: छैना भाटी :: महारावल देरावर के दुसरे पुत्र छैना के पुत्र छैना भाटी कहलाये । इनका एक घर डाबला में निवास करता है । …

महाराजा देरावर जब गादी विराजे तब निम्न अनुसार दान दिया

:: महारावल महारावल देरावर गादी विराजे तब नीचे लिखे अनुसार दान दिया :: करोड़ एक पैंसठ लाख पसाव दीधा रीझै भाटी राव रीझै भा…

भाटियो री ओपमा

:: भाटियों री ओपमा :: हेवर छिनु हजार बाधिये देरावर । कुंजर बीस पचास चले दल माही  पटाधर आठ लाख । मलवुट सोलह सहस्…

महाराजा देरावर का कई गढ़ पर अधिकार जमाना

:: भटिंडा पर पुनः अधिपत्य :: महारावाल देरावर ने भटिंडा में राज्य जमाकर अपने पिता के राज्य को भी पुनः प्राप्त किया । …

१५९ महारावल देरावर भाटी २०

:: 159 महारावल देरावर (भाटी 20):: महारावल देरावर का जन्म संवत 892 विक्रमी वैसाख सुदी 14 वार अदित्वार रोहिणी नक्षत्र मे…

विजय राज और परमारों का युद्ध

::विजय राज और परमारों का युद्ध :: विजय राज पर परमार वंश के नो राजाओ ने मिलकर आक्रमण किया । घमासान युद्ध हुआ । युद्ध मे…

१५८ विजयराज चुडाला (भाटी १९०)

::विजयराज चुड़ाला भाटी 19 :: महाराजा तनुराव ने अपनी मोजुदगी में ही राज्य का उतराधिकार युवराज विजयराज को कर दिया था । विज…

राव तनुराव {भाटी 18} इन्होने ही मातेश्वरी तनोट राय का मन्दिर बनवाया था इनके पुत्र विजयराज से भाटी वंश चला बाकि सभी अपने कार्यंनुसार 16

:: राव तनुराव (भाटी 18 ):: राव तनुराव गढ़ तनोट के सिंहासन पर विक्रमी संवत 862 को विराजे । इनके 15 रानिया थी । इनका विवाह…

भाटिया महाजन की की गोत्र

पंडित हरिदत के अनुसार भाटिया महाजन के 7 गोत्र जो अनेक उपसखाये रही जो निमं प्रकार है 1 परासर गोत्र 1 राय गाजरिया 2 राय प…

तनोट गढ़ का निर्माण राव केहर द्वारा और भाटिया बनिया

::किरोहर गढ़ का निर्माण :: राव केहर ने अपने नाम से संवत 827 विकर्मी जेठ वदी 5 को किरोहर गढ़ का निर्माण करवाया । :: तनो…

गोगली भाटी और स्वांगिया जी का झाली रानी को वरदान पुत्र प्राप्ति का तनुराव पुत्र

::155 राव मंझमराव (भाटी 16):: राव मंझमराव गढ़ मारोट के सिंहासन पर विक्रमी संवत 786 में विराजे । इनके विवाह राव दोहट झाला…

153 राव मूलराज प्रथम (भाटी १४) और राव उदयराव (भाटी १४ )

::राव मूलराज प्रथम (भाटी 14):: राव मूलराज प्रथम गढ़ मरोठ के सिंहासन पर संवत 713 विक्रमी को आसीन हुए । इनका विवाह द्रोनप…

१५० राव मंडमराव (भाटी११) और १५१ सुरसेन और १५२ रघुराव

::150 राव मंडमराव (भाटी 11):: राव मंडमराव संवत 616 में गढ़ मारोट के सिंहासन पर बैठे । इनका विवाह पंवार राव दूसाजी की पु…

147 राजा रेणसी (भाटी ८)

::राजा रेणसी (भाटी 8):: लोमनराव का भाई रेणसी अपना राज्य चिन्ह मेघाडम्बर तथा आदि नारायण की मूर्ती को लेकर जंगलो में भाग …

गजनी पर पुनः अधिपत्य राजा १४६ राजा गजू (भाटी ७)

:: 146 गजू द्वारा गजनी पर पुनः अधिपत्य (भाटी 7):: गजू ने अपने प्रेतक राज्य को अपने हस्तगत कर साही सेना की सहायता से गजन…

144 महाराजा खेमकरण (भाटी ५) और महाराजा नरपत भाटी 6

::144 महाराज खेमकरण ( भाटी 5):: महाराजा खेमकरण संवत 454 विक्रमी को गढ़ भटनेर के सिंहासन पर बेठे । इनका विवाह गढ़ पूगल के…

141 महाराजा भीम ( भाटी ३ ) और १४२ महाराजा सतोरव ( भाटी ४ )

:: अन्तेराव भाटी (भाटी २):: महाराजा भूपत के तृत्या पुत्र अन्तेराव के वंशज अन्तेराव भाटी कहलाये ।। :: महाराजा भीम भाटी…

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