163 महारावल राजपाल भाटी २४ बुद्ध , पोहड़ , पल , तेजू , धकड़, जेतुंग

::महारावल राजपाल भाटी २४ ::

महारावल दूसा के स्वर्गवास के बाद उनका पुत्र राजपाल सिंहासन पर विराजे । महारावल राजपाल के बारह पुत्र थे । राजपाल के दो रानिया थी । इनके पुत्र ( जैसल ) २ लवां 3  बुद्ध ४ पोहड़ ५ छींकन ६ पल ७ तेजू ८ ढढू ९ धुकड़ १० जेतुंग ११ लधड़ १२ विजयराज को सिंहासन पर बैठना चाहते थे ।

:: लवा भाटी ३० ::

महारावल राजपाल के दुसरे पुत्र लवां के वंशज लंवां भाटी कहलाये लवां गाँव बसाया जो पोकरण से जोधपुर सड़क पर पोकरण तहसील में है । अब इस गाँव भाटी नहीं है । पालीवाल निवास करते है । लवां भाटियों के गाँव चितोड़ जिले के भिंडर तहसील एकलिंगजी के पास सर गाँव , राणीया , रोहिड़ा , कबीर जी की भागल आदि है ।

 :: बुद्ध भाटी ३१ ::

महारावल राजपाल के चौथे पुत्र बुद्ध के वंशज बुद्ध भाटी कहलाये । इनके गाँव बीकानेर तथा जोधपुर जिले की फलोदी तहसील के कोशलावा गाँव में पच्चास घर है ।

:: पोहड़ भाटी ३२ ::

महारावल राजपाल के पुत्र पोंहड़ के वंशज पोहड़ भाटी कहलाये पोहड़ ने पोहड़ा गाँव बसाया जो जैसलमेर से नेड़ाई सड़क पर वैसाखी से आगे सड़क के दाहिनी तरफ एक किलोमीटर दूर है । यहाँ पर हेडपम्प से स्वतः पानी निकलता है ।

:: छीकण भाटी ३३ ::

महारावल राजपाल के पांचवे पुत्र छीकण के वंशज छीकण भाटी हुए ।

:: पल भाटी३४  ::

 महारावल राजपाल के छठे पुत्र पल के वंशज पल भाटी कहलाये ।

:: तेजू भाटी ३५ ::

महारावल राजपाल के सातवे पुत्र तेजू के वंशज तेजू भाटी कहलाये तेजुआ गाँव बसाया ।

:: ढढू भाटी ३६ ::

महारावल राजपाल के आठवे पुत्र ढढू के वंशज ढढू के वंशज ढढू भाटी कहलाये । ढढू गाँव बसाया जो पोकरण तहसील में है ।

 :: धुकड़ भाटी ३७ ::

महारावल राजपाल के नवे पुत्र धुकड़ के वंशज धुकड़ भाटी कहलाये ।

:: जेतुंग भाटी ३८ ::

महारावल राजपाल के दसवें पुत्र जेतुंग के वंशज जेतुंग भाटी कहलाये । इनके गाँव विक्रमपुर के भारमसर , सेवड़ा , धाधुरा गाँव है । जेतुंग के पुत्र रतन सिंह और चाहड़ ने विक्रमपुर पर अपना अधिकार किया था ।



            
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