::विजयराज चुड़ाला भाटी 19 ::
महाराजा तनुराव ने अपनी मोजुदगी में ही राज्य का उतराधिकार युवराज विजयराज को कर दिया था । विजयराज का विवाह गढ़ जोध के भुटा राव रुद्रसेन की पुत्री मानकुंवर से हुआ पंवार गढ़ पूगल के धारू की पुत्री गढ़ पारकर के राणा सोढा आहड़ा की पुत्री रायकुंवर पड़िहार राणा जीवन की पुत्री , पूरब देश के राजा राठौर लाखन की पुत्री गढ़ बिटेडा के बाराह झाली रामोराजी की पुत्री सुजान दे से हुआ । बाई दीपकंवर थी विजयराज ने राज्य अधिकार प्राप्त करते ही प्राचीन सत्रु वाराह और लंगोड़ा के साथ युद्ध छेड़ दिया और उन्हें परास्त कर दिया । विजयराज बड़े वीर थे ।
:: वीजणोट दुर्ग का निर्माण ::
विजय राज ने अपने नाम से विक्रमी संवत 913 में वीजणोत नामक दुर्ग का निर्माण करवाया ।
:: शिवालय का निर्माण ::
महाराजा विजयराज ने तनोट में शिवालय का निर्माण तथा विजडासर तालाब का निर्माण करवाया ।
:: दोहा ::
सह हाले पारवती , भूप अनेड़ा भाल ।
आयो धणी बन्धवासी , विजड़ासर की पाल ।।