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 महारावल गिरधरसिंह भाटी (67)

महारावल गिरधरसिंह 17 फरवरी सन १९४९ ई. को राजसिंहासन पर बिराजे | आपका जन्म 13 नवम्बर १९०७ ई. में हुआ इनका प्रथम विवाह नरसिंहगढ़ के उमट पंवार अर्जनसिंह की पुत्री दमयंती तथा दूसरा विवाह अमरकोट के सोढा ठा, भेरूसिंह के पुत्री हवाकंवर से हुआ था | इनके पुत्र १ रुघनाथसिंह २ चन्द्रवीरसिंह है | महारावल सरल प्रक्रति के बुद्धिमान व् होनहार थे | इन्होने मेयो कालेज अजमेर से डिप्लोमा तक सिक्षा प्राप्त की | आप राज कार्य में प्रतिदिन दीवान साहब के साथ महकमे खास में बैठकर पूरा भाग लेते थे | राज्य कार्य में आपका खासा अनुभव हो गया था | इनका स्वर्गवास 27 अगस्त १९५० को हुआ |

  महारावल रुघनाथ सिंह भाटी (68)

महारावल रुघनाथ सिंह 27 अगस्त १९५० ई. को जैसलमेर के राजसिंहासन पर बेठे | आप सरल स्वभाव व् उदार चित थे | आपका विवाह नेपाल नरेश की पुत्री से हुआ | आपके पुत्र १ ब्रिजराज सिंह २.प्रथ्वीराज सिंह नामक दो पुत्र हुए | आपका स्वर्गवास 53 वर्ष की आयु में 28 फरवरी 82 ई. को दिल्ली में हुआ \ आपके पार्थिव शारिर का दाह संस्कार संवत २०३९ वि. फागण सुदी ४ शनिवार ता.28 फरवरी 82 ई.को जैसलमेर में हुआ था | उस वक्त मंडप पर भारी ओला वृष्टि हुयी थी |
     महारावल ब्रजराज सिंह भाटी (69)

महारावल ब्रिजराज सिंह जैसलमेर के सिंहासन पर 13 मार्च 82 ई. को विराजमान हुए उस समय इनकी आयु 13 वर्ष थी | इनका जन्म 13 नवम्बर १९६८ ई. को अजमेर में हुआ | आपने बडेली कालेज इन्दोर से स्नातक किया इनका विवाह काठमांडू नेपाल के समशेर जंग बहादुर राना की कन्या श्री मती राजेश्वरी राज्य लक्ष्मी से 28 जनवरी १९९३ ई. को हुआ | इनके दो पुत्र १.चेतन्यराजसिंह २ जन्मजेयसिंह है | चेतन्यसिंह का जन्म 24 दिसम्बर को हुआ तथा जनमजेय सिंह का जन्म 19 दिसम्बर 2000 को हुआ | महारावल ब्रजराज सिंह को विद्यार्थी जीवन में घुड़सवारी तैराकी में आपकी विशेष रूचि रही | जैसाणा के गौरव व् समाज रतन महारावल ब्रजराजसिंह को जैसलमेर के विकास में विशेष भूमिका निभाने के लिए इंटरनेशनल इंटीग्रेशन एंड ग्रोथ सोसायटी नयी दिल्ली द्वारा ' विकास रत्न अवार्ड ' से सन 2000 में नवाजे  गए |

जय श्री कृष्णा दोस्तों आज भाटियों की हिस्ट्री ऐक वक्त समाप्त हो गयी हे लेकिन रिपीट जल्दी हि संक्षिप में आएगी दोबारा जिसने नहीं देखि हे वह जरुर देखें आपने पुरुखों का इतिहास |


  
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