:: १०८ महाराजा अन्तरसेन ::
महाराजा रोहितास के पुत्र अन्तरसेन गढ़ मथुरा के सिंहासन पर बेठे इनका विवाह सूरजपुर के सकरवर राजा सेन की पुत्री रुकमनी से हुआ इनेक ५ रानिय थी पाटवी पुत्र मधनमल थे.
:: १०९ महाराजा मधनमल ::
महाराजा अनतरसेन के पुत्र महाराजा मधनमल गढ़ मथुरा के सिंहासन पर विराजे इनका विवाह राजा भाराग की पुत्री से हुआ पाटवी वासुदेव थे.
:: ११० महाराजा वासुदेव ::
महाराजा मधनमल के पुत्र वासुदेव गढ़ मथुरा के सिंहासन पर बेठे इनका विवाह गढ़ बूंदी के बाघेला राजा इल्जीत की पुत्री सरस्वती से हुआ इनके पुत्र अलिभान २ सुभेव थे
:: १११ महाराजा अलिभान ::
महाराजा वासुदेव के पुत्र अलिभान गढ़ मथुरा के सिंहासन पर विराजे इनका विवाह कछवा राव सुगेव की पुत्री से हुआ इनके पुत्र १ कबीरसेन २ मूलराज ३ भीमसेन थे
:: ११२ महाराजा कबीरसेन ::
महाराजा अलिभान के पुत्र कबीरसेन गढ़ मथुरा के सिंहासन पर बेठे इनका विवाह पेमावती नगरी के पंवार राजा अभद्र की पुत्री मीलावती से हुआ इनेक पुत्र १ रूख्म्सेन २ अरजुंदेव लूनसी
:: ११३ महाराजा रूखमसेन :;
महाराजा कबीरसेन के पुत्र रूखम सेन गढ़ मथुरा के सिंहासन पर विराजे इनका विवाह हस्तिनापुर के तुन्वर राजा मनिपाल की पुत्री पेपावती से हुआ पाटवी कुंवर सूरतसेन थे
:; ११४ महाराजा सूरतसेन :;
महाराजा रूखमसेन के पुत्र सूरतसेन गढ़ मथुरा के सिंहासन पर विराजे इनका विवाह राजा जंगलराव दइया की पुत्री से हुआ इनके पुत्र १ गुणपीपोजी २ आणक ३ जामेव थे.
:: ११५ महाराजा गुणपीपोजी ::
महाराजा सूरतसेन के पुत्र गुणपीपोजी गढ़ लाहोर के सिंहासन पर विराजे इनका विवाह धोलपुर बनाकर रजा हरजस की पुत्री प्रेमकंवर से हुआ इनके पुत्र १ जगमन २ भारतसेन ३ दीपजीत.