जैसलमेर की भाटी मुद्रा अमर साही तोल

::जैसलमेर की भाटी मुद्रा ::

महारावल अमरसिंह ने अपने शासन काल में तांबे का सिक्का चलाया । जिसका डोडिया कहते है । इसका वजन १८ से २० ग्रेन था । महारावल अखेसिंह ने भी चांदी का अखेसाही रुपया अठानी , चोअनी , दो आनी के सिक्के का प्रचलन किया । यह सिक्का १६८.७५ ग्रेन का होता था । १६४.५३ सुद्ध चांदी होती थी । यह टकसाल १७५६ ई. में शुरू की गई थी । महारावल रणजीत सिंह ने विक्टोरिया के नाम की सोने की मोहर तथा चाँदी का रुपया आठ आना चार आना दो आना के सिक्के का प्रचलन किया ।

 :: अमर साही तोल ::

महारावल अमरसिंह ने अपने नाम से अमर साही तोल प्रचलित किया । जो एक सेर ६५ तोला का होता था । आधा सेर पाव सेर छटाक के बाट प्रचलित किये थे । जो अभी तक पाकिस्तान में चलता था और राजस्थान में किलोग्राम के प्रचलित होते ही बंद कर दिया गया ।


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