80 कुसुम सेन से ८२ बंजत पल तक भाटी हिस्टरी

:: 80 कुसुम सेन ::

महाराजा विक्रम सेन के पुत्र कुसुम सेन गढ़ लाहोर के सिंहासन पर विराजे | इनका विवाह कछवाहा राव कल्याण की बेटी विजेकंवर से हुआ | इनके पुत्र व्रज्पाल थे |

:: ८१ महाराजा व्रज्पाल:

महाराजा कुसुम सेन के पुत्र व्रज्पाल गढ़ लाहोर के सिंहासन पर विराजे | इनका विवाह रघुवंसी राजा सुगन की पुत्री सोभाग्वंती से हुआ | इन्होने पंजाब प्रदेश में वनपुर नामक शहर बसाया | जिसमे दस महल बनाया |

:: बंगाल के राजा से युद्ध ::

महाराजा विराज पाल ने बंगाल के राजा संग्राम सिंह से युद्ध करके उन्हें हराया और बंगाल पर अपना राज्य स्थापित किया |
:: ८२ बंजत पाल :;

महाराजा व्रज्पाल के पुत्र बंजत पाल गढ़ लाहोर के सिंहासन पर बेठे इनके १० रानिया थी | पूर्व देश के राजा रसिक की पुत्री हंसावती सोमवंशी से विवाह हुआ | इनके ९० पुत्र थे जिनमे २७ की ओलाद है  ये बड़े प्रतापी राजा हुए इनके तेतीस लाख घुड सेनिक थे इन्होने मुसलमानों से कई युद्ध जीते इनका विवाह कश्मीर के राजा की पुत्री से हुआ |     
  
Previous Post Next Post