::मथुरा पर व्रज्नाभ का राज्य ::
यादवास्थल हो जाने के बाद अरजुन ने श्री कृष्णा के प्रपोत्र अनिरूद्ध के पुत्र ५० को पाताल लोक से लाकर मथुरा में सिंहासन पर बिठाया । जो चंद्रवंसियो के ५० वे राजा थे। राजा व्रज्नाभ के बाद क्रमशः ५१ प्रति बाहू रानी पंवार राजा करण की पुत्री उज्जैन नगर पाटवी ५२ उग्रसेन राजसिंहासन मथुरा पर बेठे उनकी १३ रानिय थी। कुंवर ५३ सुरसेन पाट मथुरा पर बेठे उनके ३ रानिया थी पाटवी कुंवर ५५ नभाहू पाट बेठे उनकी १८ रानिया थी। तुंवर राजा भद्रपाल की बेटी राजवंती हस्तिनापुर की थी कुंवर [१] ५६ सुबाहु पाट बेठे [२] खीर [३] जड्भन नामक पुत्र थे जड्भन के पुत्र जादव करोली पर राज्य था खीर की संतान चूड़ा समां सरवरिया गिरनार पर राज्य करते अब गुजरात में भोमिया है । ::बिहार में राज्य ::