भाटी शासक का शासन काल 5000

आजतक भारत के राजवंशो में  किसी भी राजवंश का क्रमबद्ध इतिहास नहीं लिखा हुआ है ।  केवल यदुवंश भाटी ही ऐसा वंश  है  जो  5000 साल लगातार भारत भूमि पर कही न कही शासन करते चले आ रहे है ।  इतने लम्बे समय में उनकी राजधानिया एंड काल इस प्रकार रहे ।

राजधानी का नाम        काल
काशी                           900 साल
द्वारिका                      500 साल
मथुरा                         1050 साल
गजनी                         1500 साल
लाहोर                           600 साल
हंसार                            160 साल
भटनेर                         80 साल
मारोट                           140 साल
तनोट                            40 साल
देरावर                           20 साल
लुद्र्वा                            180 साल
जैसलमेर                         791 साल

इतिहास में 5000 साल के लम्बे समय में 49 युद्ध  भारत भूमि की रक्षा के लिए शत्रुओं से लड़े गए उनका क्रमबद्ध वर्णन किया गया है ।  जिसमे 10 युद्ध गजनी पर हुए इस इतिहास में आदिनारायण से वर्तमान महारावल बृजराज सिंह तक ।  208 पीढियों का वर्णन है । यूनान के बादशाह सिकंदर एंड जैसलमेर के महारावल शालिवाहन 167 के बीच युद्ध  हुआ जिसमे महारावल विजयी हुए ।  भटनेर के तीन शाके तनोट पर  एक शाका जिसमे 350 क्षत्रानियो ने जोहर किया रोह्ड़ी का शाका , जैसलमेर के ढाई शाके इस प्रकार कुल साढ़े  ग्यारह शाके यदुवंशी भाटियो द्वारा किये गए प्रस्तुत इतिहास में 36 वंशों के नाम यदुवंशियों की 11 साखायें  भाटियो की 150 साखायें एंड उनकी जागीरे भाटियो द्वारा  कला साहित्य संगीत चित्रकला स्थापत्य कला  जैसलमेर की स्थापना जैसलमेर का राज्य चिन्ह भाटी मुद्रा टोल जैसलमेर के दर्शनीय स्थान सामान्य ज्ञान  पटुओ का इतिहास राठौर एंड परमारों की ख्याति का भी वर्णन है ।  प्रस्तुत ब्लॉग  में प्रथम भाग ब्रह्मा से लुद्र्वा महारावल भोजदेव 165 भाटी 26 तक तथा दूसरा भाग जैसलमेर के संस्थापक महारावल जैसल 166 भाटी 27 से वर्तमान महारावल बृजराज सिंह 208 भाटी 69 तक वर्णन करने की कोशिस करूँगा 
जय माँ स्वांगिया ।



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