:: झिनझिनयाली व कूंडा गाँव उदयसिहोत भाटी (130 )::
रामसिंह के पुत्र उदयसिंह के पुत्र उदयसिहोत भाटी कहलाये | उदयसिंह जी का कल्याणदास का मूलचंद जी का अनोपसिंह का जोरावरसिंह का जालमसिंह का जोगराजसिंह का शिव्जीसिंह का बुलीदान सिंह का पदमसिंह का किशनसिंह का मूलसिंह है | इनकी जागीरी झिनझिनयाली कुंडा व् नीमली है |
:: बईया गाँव के भाटी :
मूलचंद जी का अनोपसिंह का खेतसिंह का बाघजी का १ भोजराज २ बेरीसाल थे |भोजराज जी के विजयसिंह थे |
:: भाडली गाँव के भाटी ::
उदयसिंह के पुत्र कल्याणदास का अर्जनसिंह का मानसिंह का उम्मेदसिंह का धनसिंह का जसवंतसिंह का लालसिंह का चिमनसिंह का किशनसिंह का मंगलसिंह थे |
:: सिहड़ार गाँव के भाटी ::
मूलचंद जी का अनोपसिंह का स्वरूपसिंह का जोधसिंह का करणसिंह का अनाड़सिंह का बनेसिंह का थानसिंह पुत्र है |
:: देवड़ा गाँव ::
उदेसिंह के पुत्र कल्याणदास का भीमसिंह का सरदारसिंह का मेहराजजी का भगवानसिंह के तीन पुत्र १ शम्भू दान २ महादान ३ भोपालसिंह थे | भोपालसिंह के पुत्र जोरावरसिंह के पुत्र चंदनसिंह के पुत्र जयसिंह
:: शहीद जयसिंह देवड़ा ::
जयसिंह का जन्म ४ मई 1945 ई,को ग्राम पेटली ननिहाल में हुआ था | इन्होने स्नातक परीक्षा पास करके ऐक अप्रेल 1967 को सीमा सुरक्षा बल में उपनिरीक्षक पद पर नियुक्ति मिली | 27 मार्च 1996 में कश्मीर में उग्रवादियों के संघर्ष में शहीद हुए | शहीद जयसिंह को गौरवपूरण कर्तव्य निरवहन हेतु राष्ट्रपति ने उन्हें मरणोपरांत राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया | यह पदक तत्कालीन प्रधानमंत्री इंद्रकुमार गुजराल ने उनके छोटे पद्मसिंह को प्रदान किया | जैसलमेर जिला प्रशासन तथा नगर पालिका द्वारा शहीद की स्मृति को स्थायी रखने हेतु बाड़मेर म्याजलार चौराहे का नामकरण शहीद भाटी जयसिंह चौराहा रखा |
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शहीद जयसिंह भाटी |