:: शहीद नाथू सिंह भाटी तेजमालता ::
हड़ोतसिंह पुत्र मूलसिंह वा नाथुसिंह पुत्र मूलसिंह पालन पुर नवाब की सेना से युद्ध करते हुए शहीद हुए जो पूजे जाते है | उनकी स्मृति में पालन पुर में देवल स्थति है |
: नाथुसिंह के छंद ::
नित -नित जोधोनो खोसो नित रा चले केश |
नाथू बोल्यो हड्वंत खमाणा चलो गुजरात रे देश ||
धोले दिन रा गाँव लुटे सोनो लावों पेश |
सिंहो ज्यो सते चढ्या जादम थंभ जैसाण ||
डीगर खोश्यो दिन रा खेशो नभ ढक्यों धुंधला दिखे पहाड़ ||
बाघ ज्यों बिलालो गरज्यो माड़ धरा रो किवाड़ |
मालानी गोचर में छोड़ी चौहान वटी दिनी पूठ ||
धाले दिन रो डंको दियो लीनी धरा तुरकाण री लुट |
तपी उठेज तुरक जदे जाद्मों नयड़ छोड़ उदियो जल आरोग्यो धरा आप री आय ||
ऐक हि आकल हाथी भाग्यो दुर्बल किन्ही डाक ||
लाज संभाली नहीं धोती भाली हट गयो हकनाक ||
कमधज कोटड़ीयो हीर जी जीवित झलियो जाय |
उदय्सिन्होतो जल आरोग्यो धरा आपरी आय ||
कारतुशों रो कड़को उड़ायो गोलियों गाया गीत |
नाथू बोल्यों हड्वंत खमाणा एज हि रजपुतों री रीत ||
सिंहो ज्यों सते लड्सों नासो नहीं ऐक |
मरसो या मारसों विधाता रा लेख \\
रायफलों तोल पीछे हटाया जाद्मों बांध्यो जोर |
पालनपुर पड़ताल करसो जोवों तुरको रो जोर ||
तुरको रसाला भेज्या चहु दिश निशान बाजे |
नाथू हडवंत खमाण पीठ दिखावे तो जय जैसानों लाजे |
शत्रु दलण पाछो बलण जीते पादर जंग ||
अमलों बेला डोडा होवे नाथू खमाणा हडवंत थाने रंग ||
अणपुछ्यो आलखे सादा राखे वेश |
नाथू थारे नाम से थरके सारो देश |
कलाधारी कृष्ण जनम्यो तिन घर ब्रज रा बाण |
तेजाने नाथू बसे जठे कलजुग न आण |
पेले लूट्यो रजवाड़ा बाड़ अंग्रेजों रो गाँव |
तेजाने नाथू बसे जेरे नरो बहादुरों नाम |
पीथल पातल पहले हुआ तीजो दुर्गादास |
चौथो नाथू तेजल हरो तुरको पड़ी तास |
कोटो संजीवण कोटड़ी गढ़ों सरीखों गाँव |
जय श्री कृष्णा
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राजपूती पराकर्म