अखेराजोत भाटी 128 , कानसिंहोत भाटी , तेजमालोत भाटी 129 , तेजमालता , रणधा , मोढ़ा , हरसानी, मगरा, फोगेरा , गोरडिया , तानु रावजी और मानजी, दुधोड़ा , जानसिंह की बेरी , लाठी , तिब्नीयार

 :: अखेराजोत भाटी 128 ::

अखेराज के पुत्र १ किशनसिंह २ महासिंह ३ मेणजी ४ जोगराजसिंह ५ मेघराज ६ भाससिंह ७ अभयसिंह नामक 7 पुत्र थे |  किशनसिंह व् अभयसिंह के वशज मगरा गाँव में निवास करते हे |  महासिंह के वंशज तानु रावजी और तानु मानजी में , जान सिंह की बेरी और दुधोड़ा में  निवास करते हे | मेणजी के वंशज गोरड़ीया तथा हरसानी में , जोगराज के वंशज हरसानी में , मेघराज के वंशज फोगेरा में तथा भाससिंह के वंशज लाठी में निवास करते हे | इससे पहले उनकी जागीरी टावरकी थी | अखेराज भाटियों के चार घर देवड़ा में निवास करते है |

 :: कानसिंहोत भाटी ::

रामसिंह के पांचवे पुत्र कानसिंह जी के वंशज कानसिंहोत भाटी कहलाये | इनके वंशज तिब्नीयार गाँव बाड़मेर जिले में निवास करते हे |

:: तेजमालोत भाटी ::

रामसिंह के पुत्र तेजमाल जी के वंशज तेजमालोत भाटी कहलाये | हमारे गाँव रणधा , मोढ़ा , तेजमालता है | बाड़मेर के शिव तहसील में कुछ घर विशाला में , चोह्टन तहसील के फागलिया में कुछ घर है |  जैसलमेर जिले की पोकरण तहसील में सरदार सिंह की ढाणि में भी कुछ घर हे | में खुद तेजमालता की हूँ

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